चुनाव आयोग के कर्मी घर-घर जाकर बुजुर्गों-असमर्थों से बैलेट पेपर से वोट डलवाने की प्रक्रिया में जुटे
विकास थापटा
शब्दरेखा पड़ताल
जुब्बल-कोटखाई-नावर विधानसभा उपचुनाव एक रोमांचक मोड़़ पर है। यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ही चुनावी मुकाबला इतना आसान नहीं है। कौल सिंह ठाकुर, सुखविंदर सिंह सुक्खू के बाद आनंद शर्मा एकमात्र नेता जो केंद्रीय राजनीति में अपनी अच्छी पकड़ रखते हैं आज जमीनी स्तर पर काम करते नजर आ रहे हैं । प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा का सवाल बन चुकी इस हॉट सीट में मुख्यमंत्री व तमाम मंत्रियों सहित अब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को भी उतारने की तैयारी बीजेपी द्वारा की जा चुकी है। निर्दलीय उम्मीदवार चेतन बरागटा इस चुनाव को त्रिकोणीय बनाकर और दिलचस्प कर चुके हैं। उसके पीछे उनके पिता स्वर्गीय नरेंद्र बरागटा के कार्य व उनके देहांत से उत्पन्न सहानुभूति है। चेतन दोनों मुख्य दलों भाजपा और कांग्रेस के लिए चुनौती बन गए हैं।
इन दिनों निर्वाचन आयोग के कर्मियों में बुजुर्ग और चलने-फिरने में असमर्थ मतदाताओं का मत डलवाले के लिए घर-घर पहुंचने की मुहिम चल रही है। इन अहम मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने में सभी प्रत्याशी जुटे हैं।