खड़ापत्थर में चेतन और नीलम सरैईक का टाकरा


गंभीर होकर बोले चेतन – दीदी! हम दोनों मजबूर हो गए, ऐसा सोचा न था

विकास थापटा
शब्दरेखा पड़ताल


जुब्बल-नावर-कोटखाई में प्रचार के दौरान उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी चेतन बरागटा और भाजपा प्रत्याशी नीलम सरैईक का टाकरा हो गया। हुआ यह कि खड़ापत्थर में चेतन बरागटा और नीलम सरैईक का बुधवार को आमना-सामना हो गया। चेतन बरागटा के समर्थक खड़ापत्थर में पोस्टर लगा रहे थे। चेतन यहां प्रचार कर रहे थे। सामने से नीलम सरैईक चमारू और धार गांव के लिए प्रचार को समर्थकों के साथ जा रही थी। यह इलाका में रोहित के गृह क्षेत्र जुब्बल में आता है। दोनों आमने-सामने हुए और एक-दूसरे का अभिभावदन किया।

यहां चेतन ने नीलम सरैईक को गंभीर मुद्रा में कहा – दीदी! हम मजबूर हो गए हैं। हमने ऐसा सोचा ही नहीं था। समर्थक दोनों में हुए संवाद को जिज्ञासा से सुनने लगे। आगे नीलम ने क्या कहा, भीड़ और शोर-शराबे में समर्थक इसे नहीं सुन पाए।


पवन राणा का अब चेतन के खिलाफ प्रचार


जुब्बल में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज प्रचार कर रहे थे। जुब्बल में संगठन महामंत्री पवन राणा भी प्रभारी संजय टंडन के साथ प्रचाररत रहे। चेतन बरागटा के लिए पवन राणा उस वक्त टिकट की पैरवी भी कर रहे थे, जब चेतन भाजपा में थे। अब राणा के मैदान में उतरने के बाद चेतन बरागटा दोहरी चुनौतियों से घिरे हुए हैं। हालांकि समर्थकों को जुटाकर टक्कर दे रहे हैं।

यहां भाजपा प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि भाजपा में छोटे से छोटे कार्यकर्ता का भविष्य उज्जवल है, पर कांग्रेसी एवं अन्य राजनीतिक दलों में छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं को नेतृत्व करने का मौका नहीं मिलता, केवल बड़े परिवारों का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि भाजपा एवं कांग्रेस की तुलना की जाए तो भाजपा एक कार्यकर्ता आधारित राजनीतिक दल है और कांग्रेस परिवार आधारित है।

सेब वाले के साथ-साथ हम हाथ वाले भी हैं: सुक्खू


कांग्रेस
के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भी यहां के बढ़ाल गांव में रैली की। सुक्खू ने तंज किया कि यह कहा जा रहा है कि हम सेब वाले हैं। यह सही है कि सेब वाले के साथ-साथ हम हाथ वाले भी हैं। बूटा हाथ से लगाया जाता है। हाथ से ही प्रूनिंग भी की जाती है और हाथ से सेब तोड़ा जाता है। जिस वक्त कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर के दादा रामलाल ठाकुर का देहांत हुआ तो ये पंजाब में कॉलेज में पढ़ रहे थे। मैं उस वक्त यूथ कांग्रेस का प्रधान था, मगर ये राजनीति में आने के लिए गंभीर नहीं थे। इनकी कहीं भी रुचि नहीं थी। ये तो इनकी काबिलियत ने आगे लाया। रोहित ठाकुर के गांव पौटा (पहाड़) के साथ बढ़ा में सुक्खू ने बुजुर्ग महिलाओं से भावुक होकर अपील की – वे सब उनकी मांओं की तरह है। उसे जिताने के लिए मां बनकर काम करना होगा।

भाजपा और कांग्रेस ए और बी टीम की तरह मुझे घेर रही


जुब्बल-नावर-कोटखाई के निर्दलीय प्रत्याशी चेतन बरागटा ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल मुझ पर हमला कर रहे हैं। ये यह ए और बी टीम की तरह केवल मुझ पर हमला करने में लगे है ऐसे में साफ है कि मुझमें कुछ तो होगा, जो ये लोग मुद्दों पर बात करने के बजाय मेरे खिलाफ मोर्चा खोले हैं। मेरे साथ जो लोग चल रहे हैं, वह मेरे समर्थकों से ज्यादा दिशा निर्देशक हैं। चेतन ने वीरवार सुबह प्रचार मेें निकलते वक्त मीडिया से यह बात की।

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