
विकास थापटा
शिमला
छात्र राजनीति के रास्ते युवा नेता बनीं और पंचायती राज चुनाव में वर्ष 2021 के जिला परिषद चुनाव में झाकड़ी वार्ड से चुनकर आईं जिला परिषद सदस्य कविता कंटू का इस संसार से जाना अपने आप में बहुत हैरान कर देने वाला वाकया रहा। वाम विचारधारा से जुड़े छात्र-छात्राएं इस मौत को लेकर हतप्रभ हैं कि कविता इस तरह कैसे गैर जिम्मेदाराना तरीके से अपने जीवन को समाप्त कर सकती है। कविता पढ़ाई में भी हमेशा अव्वल रही। नेट क्वालीफाई थीं। पीएचडी करने जा रही थीं। राजनीतिक जिम्मेदारियां कविता बड़ी बखूबी से निभा रही थीं। जिला परिषद निधि का सही से इस्तेमाल हो, उस बारे में हमेशा वह चिंतित दिखी कि धरातल में आवश्यक जगहों पर जरूरत के मुताबिक बजट को समाहित करने के बारे में भी अक्सर सोचा करतीं, जिनके साथ कविता करीबी से घुली-मिली थी। वह उनके लिए प्रेरणा का एक मुख्य स्रोत थीं। जिंदादिली के साथ कविता अपने सभी कार्यों को पूरा करने के लिए हमेशा तत्पर रहतीं। मन से गंभीर कविता का वनस्पतियों से भी बहुत गहरा जुड़ाव रहा। वह अक्सर अलग-अलग तरह के फूल-पौधों को इकट्ठा करती थीं। कविता को खिलौनों का भी बहुत शौक था। अक्सर ऐसे खिलौने खरीदी रहती, जो कभी हमारे बचपन के समय में खेलने के काम आते थे। संतुलित जीवन में रहते हुए वह अक्सर सभी के साथ बात करना पसंद करती थी। कभी यदि समय नहीं दे ना पातीं तो कहीं ना कहीं समय लगने पर खुद ही सभी से संपर्क करती रहती थीं। जिस तरीके से कविता का शव बरामद हुआ। कई तरह की धारणाएं सबके मन में चल रही हंै कि कविता का मर्डर हुआ या कुछ और बात रही कविता ने किस प्रवृत्ति के वशीभूत ये सब किया होगा। युवा पीढ़ी को यह सब सोचने को मजबूर करता है कि कविता कंटू जैसी होनहार युवती ने इतनी जल्दी अपने आपको समाज से दूर कर सदा के लिए इस संसार को कैसे छोड़ देने का मन बनाया होगा। क्रांतिकारी विचार से कविता का नाता रहा। जो संघर्षशील विचार था और उस संघर्ष के विचार से तप कर निकलते हुए यह सब मुकाम उसने अपने परिश्रम अपनी लगन से हासिल किया था। सुसाइड वाली जगह से जो कुछ भी साक्ष्य पुलिस को बरामद हुए उस आधार पर कविता के खुदकुशी करने के कारण की गंभीरता से पुलिस प्रशासन छानबीन कर रहा है। साइंटिफिक एंगल से भी इसकी जांच करने पर यह तो मालूम हो ही सकता है कि यह खुद खुशी थी या कुछ और। यदि यह खुदकुशी थी तो किस मनोस्थिति के वशीभूत हो कविता ने क्यों ऐसा आत्मघाती फैसला लिया। जबकि अच्छा जीवन जीने के लायक इस संसार में जो सुविधाएं चाहिए होती हैं, वह सब कविता के पास मौजूद थीं। वहीं सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी कविता को इतनी सी उम्र में बड़ी जिम्मेदारी को सम्मान के साथ निभाने का अवसर मिला था।
जो भी हो, इस जुझारू युवती के शिमला में खुदकुशी के कारण सामने आने चाहिए। बगैर कारण जाने इसे सीधे-सीधे खुदकुशी मान लेना भी उचित नहीं होगा। वह एक चुनी हुई जनप्रतिनिधि थीं, ऐसे में सब जानना चाहते हैं कि यह अप्रत्याशित घटना हुई क्यों। पुलिस प्रशासन से उम्मीद की जानी चाहिए कि इस घटना से ठीक से जांच-पड़ताल की जानी चाहिए। कविता बहन तुम्हारे इस तरह से जाने की वजह जानने के लिए कविता जैसा ही कुछ लिख रहा हूं –
तुम चली गई कविता अचानक
असलियत क्या है सामने आयेगी छोटी बहन
कारण चाहे जो भी रहे हो प्रयासरत हूं
प्रत्यक्ष, कागजों में लिखित तौर पर