भाजपा के सह प्रभारी बोले, यह मामला कुछ और, नहीं कर सकते यहां को-रिलेट
विकास थापटा
शब्दरेखा पड़ताल
जुब्बल-नावर-कोटखाई से भाजपा की महिला प्रत्याशी नीलम सरैईक का टिकट भविष्य में विधानसभा में महिलाओं के लिए विशेष आरक्षण कोटे का संकेत नहीं है। इसे भाजपा ने परिवारवाद के खिलाफ जाते हुए परिस्थितियों और समीकरणों को मद्देनजर रखते हुए दिया है। हिमाचल प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी संजय टंडन से शब्दरेखा संपादक विकास थापटा ने आशियाना रेस्तरां में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह अलग मामला है।
भाजपा के सह प्रभारी संजय टंडन से सवाल किया गया कि नीलम सरैईक को टिकट देने के बाद क्या यह माना जाए कि भाजपा ने जेंडर सेंसिटिव होने का परिचय दिया है। आने वाले समय में क्या लोकसभा में फंसे 33 फीसदी महिला आरक्षण के उस बिल को पारित होने की संभावना मानी जाए। इस पर संजय टंडन ने कहा कि नीलम सरैईक के टिकट का इससे कोई संबध नहीं है। इसे यहां पर को-रिलेट नहीं किया जा सकता है। यह अलग विषय है।
यूपी में 40 फीसदी आरक्षण की छाया क्या हिमाचल पर भी पडे़गी
उधर यूपी में कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी के विधानसभा में महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने के फैसले ने हिमाचल में भी हलचल पैदा कर दी है।
हिमाचल में भी उत्तर प्रदेश में चुनाव संपन्न होने के छह महीने के बाद चुनाव हैं। अगर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का यह एक्सपेरिमेंट चल पड़ता है तो इसकी छाया हिमाचल में भी देखने को मिल सकती है। हालांकि, इस बारे में कांग्रेसी अभी अस्पष्ट हैं कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता नरेश चौहान का कहना है कि निस्संदेह कांग्रेस महिलाओं को तरजीह देती है, मगर मौजूदा फैसला केवल उत्तर प्रदेश के लिए है। हाईकमान ने अभी प्रदेशव्यापी निर्णय नहीं लिया है।